वह अब भी उसको अपने जीवन की "लास्ट सीन" के नाम से पुकारता है । वह अब भी उसको अपने जीवन की "लास्ट सीन" के नाम से पुकारता है ।
वत्सल को बाबूजी की आँखों में अपनी बहन वीणा का दर्द साफ नजर आ रहा था। वत्सल को बाबूजी की आँखों में अपनी बहन वीणा का दर्द साफ नजर आ रहा था।
कागज की किश्तियाॅ तैराने की माद्दा पैदा करनी होगी जिसके प्रति वह संवेदनशील है। कागज की किश्तियाॅ तैराने की माद्दा पैदा करनी होगी जिसके प्रति वह संवेदनशील है।
ताकि उनके कदम ज़िन्दगी में किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने हेतु कदापि न लड़खड़ाएँ। ताकि उनके कदम ज़िन्दगी में किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने हेतु कदापि न लड़खड़ाएँ...
ना जाने कौन सा षड़यन्त्र रचने वाली है, नागदेवता और नागरानी चल पड़े उन सब को सूचना देने। ना जाने कौन सा षड़यन्त्र रचने वाली है, नागदेवता और नागरानी चल पड़े उन सब को सूचना...
बलराज ने उसे उठाकर गले से लगा लिया और दोनों बच्चों को बांहों में भर लिया। बलराज ने उसे उठाकर गले से लगा लिया और दोनों बच्चों को बांहों में भर लिया।